साठ दिन पहले चार युवकों की दरिंदगी का शिकार हुई डिंडौरी जिले की आदिवासी युवती के मामले में पुलिस अभी तक पूरी घटना का खुलासा नहीं कर पाई है। पुलिस की जांच का दायरा रेलवे स्टेशन तक सिमट कर रह गया है। युवती स्टेशन से उरैया कैसे पहुंची? उसके साथ ऐसा क्या हुआ कि वह नग्न अवस्था में आत्महत्या के लिए मजबूर हो गई? इन सवालों के जवाब न तो पुलिस के पास हैं और न ही पुलिस को इससे जुड़ा कोई सुराग मिला है। जबकि युवती के पिता को उम्मीद है कि कभी न कभी घटना का खुसाला होगा और आरोपियों को इसकी सजा मिलेगा। तभी उनकी बेटी की रुह को शांति मिलेगी।
होनी चाहिए सीबीआई जांच
युवती के पिता ने फोन पर बात करते हुए बताया कि वह इस उम्मीद में जी रहे हैं कि उनकी बेटी के साथ दरिंदगी करने वालों को सजा जरूर मिलेगी। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी की रुह इंसाफ मांग रही है। पुलिस की जांच किसी नतीजे पर पहुंचती नहीं दिखती इसलिए इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि अगर केस की सीबीआई जांच कराई जाए तो आरोपी जल्दी गिरफ्त में होंगे।
चल रही है जांच
चार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद आगे की गुत्थी सुलझाने के लिए हर संभव प्रयास किया गया हैं। लेकिन स्टेशन से युवती उरैया कैसे पहुंची, कौन ले गया, वहां क्या हुआ? इसमें पुलिस को कुछ ज्यादा सफलता नहीं मिली है। हालाकि अभी मामले की जांच चल रही है। मेरा बुधवार को ही प्रमोशन के बाद स्थानांतरण हो गया है। आगे की जांच खुरई एसडीओपी के निर्देशन में होगी।
जितेंद्र सिंह पवार, तत्कालीन एसडीओपी, बीना
क्या है मामला.....
गौरतलब है कि 30 जून को वन ग्राम तरच जिला डिंडौरी निवासी एक आदिवासी युवती ने नग्न अवस्था में हींगटी रोड स्थित बिजली के टावर से कूंद कर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले की जांच कर पुलिस ने चार युवकों को गिरफ्तार किया था। इनमें इंदौर निवासी विशाल उर्फ भीम सूर्यवंशी पिता तुलसीराम 20 वर्ष, सुशील पिता दशरथ घोषी 20 वर्ष तथा शेखर पिता श्यामलाल मीणा 23 साल ने स्वीकार किया था कि उन्होंने युवती के साथ इंदौर में दो दिन दुष्कर्म किया।
इसके अलावा विदिशा निवासी प्रवेश रैकवार ने भी माना था कि उसने युवती के साथ 29 जून की रात रेलवे स्टेशन के पास युवती से दुष्कर्म कर युवती को उसके हाल पर छोड़ दिया था। इसके बात युवती रात दो बजे के बाद स्टेशन से करीब तीन किलो मीटर दूर उरैया क्षेत्र में कैसे पहुंची? उसे वहां कौन ले गया? उसके साथ क्या हुआ?
युवती ने नग्न अवस्था में आत्महत्या क्यों की? इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है। पुलिस लगभग दो माह से इसका पता लगाने में लगी हुई है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस को युवती का मोबाइल भी भोपाल स्टेशन पर मिला है। जिसकी कॉल डिटेल से भी पुलिस कोई ऐसा सुबूत नहीं मिला है, जिससे पुलिस पूरे घटना क्रम का खुसाला कर सके।
होनी चाहिए सीबीआई जांच
युवती के पिता ने फोन पर बात करते हुए बताया कि वह इस उम्मीद में जी रहे हैं कि उनकी बेटी के साथ दरिंदगी करने वालों को सजा जरूर मिलेगी। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी की रुह इंसाफ मांग रही है। पुलिस की जांच किसी नतीजे पर पहुंचती नहीं दिखती इसलिए इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि अगर केस की सीबीआई जांच कराई जाए तो आरोपी जल्दी गिरफ्त में होंगे।
चल रही है जांच
चार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद आगे की गुत्थी सुलझाने के लिए हर संभव प्रयास किया गया हैं। लेकिन स्टेशन से युवती उरैया कैसे पहुंची, कौन ले गया, वहां क्या हुआ? इसमें पुलिस को कुछ ज्यादा सफलता नहीं मिली है। हालाकि अभी मामले की जांच चल रही है। मेरा बुधवार को ही प्रमोशन के बाद स्थानांतरण हो गया है। आगे की जांच खुरई एसडीओपी के निर्देशन में होगी।
जितेंद्र सिंह पवार, तत्कालीन एसडीओपी, बीना
क्या है मामला.....
गौरतलब है कि 30 जून को वन ग्राम तरच जिला डिंडौरी निवासी एक आदिवासी युवती ने नग्न अवस्था में हींगटी रोड स्थित बिजली के टावर से कूंद कर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले की जांच कर पुलिस ने चार युवकों को गिरफ्तार किया था। इनमें इंदौर निवासी विशाल उर्फ भीम सूर्यवंशी पिता तुलसीराम 20 वर्ष, सुशील पिता दशरथ घोषी 20 वर्ष तथा शेखर पिता श्यामलाल मीणा 23 साल ने स्वीकार किया था कि उन्होंने युवती के साथ इंदौर में दो दिन दुष्कर्म किया।
इसके अलावा विदिशा निवासी प्रवेश रैकवार ने भी माना था कि उसने युवती के साथ 29 जून की रात रेलवे स्टेशन के पास युवती से दुष्कर्म कर युवती को उसके हाल पर छोड़ दिया था। इसके बात युवती रात दो बजे के बाद स्टेशन से करीब तीन किलो मीटर दूर उरैया क्षेत्र में कैसे पहुंची? उसे वहां कौन ले गया? उसके साथ क्या हुआ?
युवती ने नग्न अवस्था में आत्महत्या क्यों की? इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है। पुलिस लगभग दो माह से इसका पता लगाने में लगी हुई है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस को युवती का मोबाइल भी भोपाल स्टेशन पर मिला है। जिसकी कॉल डिटेल से भी पुलिस कोई ऐसा सुबूत नहीं मिला है, जिससे पुलिस पूरे घटना क्रम का खुसाला कर सके।
Source:MP Hindi News & Chhattisgarh News
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