Saturday, 30 August 2014

NGT asked why are most instate cng rates

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने राज्य शासन को नोटिस जारी कर पूछा है कि प्रदेश में दूसरे राज्यों की अपेक्षा सीएनजी के दाम सर्वाधिक क्यों हैं। इसके साथ ही यह भी पूछा है कि प्रदेश के ही अलग अलग शहरों और एक ही शहर के अलग-अलग वितरण केंद्रों पर सीएनजी गैस के दामों में अंतर क्यों हैं।

सीएनजी वितरण पर राज्य सरकार की ओर से कितना टैक्स लिया जा रहा है। इन सभी सवालों के जवाब के लिए एनजीटी ने प्रदेश के परिवहन सचिव प्रमोद अग्रवाल को 16 सितंबर को व्यक्तिगत रूप से एनजीटी के सामने उपस्थित होने का आदेश दिया है।

एनजीटी ने जून माह में इस संबंध में परिवहन विभाग से स्पष्टीकरण मांगा था लेकिन परिवहन विभाग अब तक गैस के दामों में अंतर का कारण नहीं बता पाया है। जस्टिस दलीप सिंह और एक्सपर्ट पीएस राव की पीठ ने सेंटर फॉर एन्वायर्नमेंट प्रोटेक्शन रिसर्च एंड डेवलपमेंट (सीएनपीआरडी) की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया है।

कहां कितने हैं सीएनजी के दाम

प्रदेश में

इंदौर - 52 रुपए

ग्वालियर - 65 रुपए

उज्जैन - 53 रुपए

अन्य राज्यों में

दिल्ली - 38.15 रुपए

आगरा -50.53 रुपए

अहमदाबाद - 46.75 रुपए

मुंबई - 38.95 रुपए

पुणे - 47 रुपए

(दाम प्रति किलोग्राम में)

प्रदेश में कब लागू होगा बीएस-4 पेट्रोल?

एनजीटी ने प्रदेश के सर्वाधिक प्रदूषण वाले शहर इंदौर और ग्वालियर को लेकर चिंता जाहिर की है। एनजीटी ने राज्य शासन से पूछा है कि इंदौर समेत प्रदेश के अन्य प्रदूषित शहरों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट वाहनों का संचालन बीएस-4 पेट्रोल से करने की नीति को कब लागू किया जाएगा। गौरतलब है कि इस एन्वायर्नमेंट फ्रेंडली भारत स्टेज-4 नाम के पेट्रोल और डीजल को वर्ष 2010 में दिल्ली में लांच किया गया था। भारी ट्रैफिक एवं वायु प्रदूषण से ग्रस्त देश के अधिकांश शहरों में इस बीएस-4 पेट्रोल के इस्तेमाल की नीति को लागू किया जा चुका है। लेकिन मध्यप्रदेश में अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है।

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