अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार द्वारा शुक्रवार को नाम वापस लेने से अंचल के कांग्रेसियों का गुस्सा भड़क गया। उन्होंने क्षेत्र में मंतूराम के लगे पोस्टरों को फाड़कर आग के हवाले कर दिया। वहीं मंतूराम के गृहग्राम में उनके निवास पर सुरक्षा को लेकर पुलिस तैनात कर दी गई है। इस दौरान कांग्रेसी उनके खिलाफ नारेबाजी करते रहे। वहीं दूसरी ओर पखांजूर, बांदे, परलकोट क्षेत्र में भाजपाइयों द्वारा इस खबर के मिलते ही खूब आतिशबाजी कर खुशियां मनाई जाती रही।
कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार के नाम वापस लेने के समाचार को सुन ब्लाक कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने कार्यालय का शटर गिराकर वीर नारायण सिंह चौक के समक्ष मंतूराम के बैनर पोस्टर को आग के हवाले कर दिया। उन्होंने मंतूराम के इस कृत्य की घोर निंदा की। यही नहीं कार्यकर्ताओं को जब ये पता चला कि मंतूराम भाजपा में प्रवेश लेने की मूड में हैं, तो उनका गुस्सा आसमान पर जा पहुंचा। उन्होंने मंतूराम के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि मंतूराम को भाजपाइयों ने खरीद लिया था। बावजूद इसके उन्होंने चुनाव लड़ने का ढोंग कर कांकेर की तरफ से नामांकन दाखिल किया। मंतूराम के खिलाफ नाराजगी न केवल अंतागढ़ के कांगे्रस कार्यकर्ताओं में है बल्कि कोयलीबेड़ा आमाबेड़ा, ताड़ोकी एवं कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले अंतागढ़ विधानसभा के कोलर व पोड़गांव क्षेत्र में भी बखूबी देखा जा रहा है।
भाजपाई जश्न में डूबे
वहीं दूसरी ओर क्षेत्र के भाजपाई अब अपनी जीत सुनिश्चित मान रहे हैं। वे भाजपा प्रत्याशी भोजराज नाग के साथ नयापारा के भाजपा कार्यालय में जीत का अभी से जश्न मना रहे हैं। इधर जो कांग्रेस के समर्थक हैं वो असमंजस की स्थिति में हैं कि आखिर इस विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रभावशाली नेता मंतूराम पवार इस तरह का कदम उठाने क्यों मजबूर हुए।
कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार के नाम वापस लेने के समाचार को सुन ब्लाक कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने कार्यालय का शटर गिराकर वीर नारायण सिंह चौक के समक्ष मंतूराम के बैनर पोस्टर को आग के हवाले कर दिया। उन्होंने मंतूराम के इस कृत्य की घोर निंदा की। यही नहीं कार्यकर्ताओं को जब ये पता चला कि मंतूराम भाजपा में प्रवेश लेने की मूड में हैं, तो उनका गुस्सा आसमान पर जा पहुंचा। उन्होंने मंतूराम के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि मंतूराम को भाजपाइयों ने खरीद लिया था। बावजूद इसके उन्होंने चुनाव लड़ने का ढोंग कर कांकेर की तरफ से नामांकन दाखिल किया। मंतूराम के खिलाफ नाराजगी न केवल अंतागढ़ के कांगे्रस कार्यकर्ताओं में है बल्कि कोयलीबेड़ा आमाबेड़ा, ताड़ोकी एवं कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले अंतागढ़ विधानसभा के कोलर व पोड़गांव क्षेत्र में भी बखूबी देखा जा रहा है।
भाजपाई जश्न में डूबे
वहीं दूसरी ओर क्षेत्र के भाजपाई अब अपनी जीत सुनिश्चित मान रहे हैं। वे भाजपा प्रत्याशी भोजराज नाग के साथ नयापारा के भाजपा कार्यालय में जीत का अभी से जश्न मना रहे हैं। इधर जो कांग्रेस के समर्थक हैं वो असमंजस की स्थिति में हैं कि आखिर इस विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रभावशाली नेता मंतूराम पवार इस तरह का कदम उठाने क्यों मजबूर हुए।
Source: Chhattisgarh News & MP Hindi News
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