फोर्ड के मुताबिक भारत में मस्तंग को पसंद करने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है। कंपनी की योजना राइट-हैंड ड्राइव बाजारों में भी इस कार को बेहतरीन डिजाइन और दमखम को प्रदर्शित करने वाली खूबियों के साथ उतारने की है।
वर्ष 1965 में पहली मस्तंग कार से लेकर अभी तक की सभी कारों में स्पोर्ट्सबैक कूपे डिजाइन, तीन वर्टिकल टेल लाइट्स, घोड़े का लोगो और बो-डाउन फ्रंट डिजाइन दी जा रही है।
इसका इंटीरियर भी रेट्रो-स्टाइल का है, जो पहली मस्तंग कार की क्लासिक डिजाइन की याद दिलाता है। हालांकि इसमें आधुनिक समय की सारी तकनीकी खूबियां और यंत्र-उपकरण भी दिए गए हैं।
यह कार कनवर्टिबल मॉडल में भी उपलब्ध है। इसके रूफ में साउंड इंसुलेटर्स की कई लेयर हैं, जो इसके केबिन को सबसे शांत केबिनों में से एक बनाती हैं।
मस्तंग में तीन इंजनों का विकल्प दिया गया है। 2.3 लीटर, 4-सिलेंडर वाला इकोबूस्ट इंजन 305 बीएचपी तक पावर और 406 एनएम का मैक्सिमम टॉर्क देता है। 3.7 लीटर वी6 इंजन 300 बीएचपी पावर और 365 एनएम का टॉर्क देता है। स्पोर्टी मस्तंग जीटी में 5.0 लीटर वी8 इंजन 420 बीएचपी का पावर और 528 एनएम का टॉर्क देता है।
Source: Automobile News
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