किसी के घटना या व्यक्ति के साथ आपका कटु अनुभव आपके मूड को खराब कर सकता है। यह अचानक होता है और अगर आप इससे मुक्त नहीं होते तो यह लंबे समय के लिए आपके दिमाग को जकड सकता है।
इसका आप पर ज्यादा प्रभाव हो भी सकता है। अगर आप बुरे खयालों के बीच खुद को कैद कर देते हैं तो आपको उससे बाहर आने के लिए ज्यादा मेहनत करना पड़ सकती है।
आखिर कुछ लोग और घटनाएं आपको दुखी क्यों करती हैं यह जानकर आप उन बुरे विचारों से निकलने का प्रयास कर सकते हैं। कुछ छोटे उपायों पर अगर आप गौर करें तो बुरे मूड से बाहर आना कठिन नहीं है।
जो व्यक्ति या स्थिति आपको अप्रिय लगती है उसे नकारात्मक ढंग से देखने के बजाय सकारात्मकता के साथ देखें।
जो बात आपको बहुत ज्यादा परेशान कर रही है उससे अलग सोचने या कुछ नया करने का प्रयास करें।
उन लोगों के साथ वक्त बिताए जो आपको अच्छा सोचने के लिए प्रेरित करते हों या जिनके साथ वक्त बिताना अच्छा लगता हो।
एक्सरसाइज करें क्योंकि यह आपको किसी भी बुरे खयाल से निकलने में मदद करती है।
सुस्त न रहें और कुछ न कुछ नया काम हाथ में लें। अगर आप सुस्त हो गए तो उदासी आप पर हावी हो जाएगी।
कुछ पढ़ने के लिए समय निकालें। शुरुआत में पढ़ने में मन लगाना पड़ेगा लेकिन कुछ समय बाद आपको इसमें आनंद आने लगेगा।
अपने मित्रों के साथ इस घटना को बांटें ताकि उसके बोझ से मुक्त हो सकें।
कोई रोमांचक फिल्म देखने के साथ भी आप बुरे खयालों से मुक्ति पा सकते हैं।
लेखन, गायन या पेंटिंग में अगर आपकी रुचि है तो उसमें अपना समय लगाएं।
अगर किसी बंद जगह या किसी कमरे में हैं तो वहां से बाहर निकलें।
कोई नई डिश या नए व्यंजन को आजमाएं। किसी नई जगह जाकर कुछ वक्त बिताएं।
किसी भी पेंडिंग काम को पूरा करने के लिए निकल पड़ें। चाहे यह बगीचे की सफाई हो या फिर मोटरबाइक की सर्विसिंग।
इसका आप पर ज्यादा प्रभाव हो भी सकता है। अगर आप बुरे खयालों के बीच खुद को कैद कर देते हैं तो आपको उससे बाहर आने के लिए ज्यादा मेहनत करना पड़ सकती है।
आखिर कुछ लोग और घटनाएं आपको दुखी क्यों करती हैं यह जानकर आप उन बुरे विचारों से निकलने का प्रयास कर सकते हैं। कुछ छोटे उपायों पर अगर आप गौर करें तो बुरे मूड से बाहर आना कठिन नहीं है।
जो व्यक्ति या स्थिति आपको अप्रिय लगती है उसे नकारात्मक ढंग से देखने के बजाय सकारात्मकता के साथ देखें।
जो बात आपको बहुत ज्यादा परेशान कर रही है उससे अलग सोचने या कुछ नया करने का प्रयास करें।
उन लोगों के साथ वक्त बिताए जो आपको अच्छा सोचने के लिए प्रेरित करते हों या जिनके साथ वक्त बिताना अच्छा लगता हो।
एक्सरसाइज करें क्योंकि यह आपको किसी भी बुरे खयाल से निकलने में मदद करती है।
सुस्त न रहें और कुछ न कुछ नया काम हाथ में लें। अगर आप सुस्त हो गए तो उदासी आप पर हावी हो जाएगी।
कुछ पढ़ने के लिए समय निकालें। शुरुआत में पढ़ने में मन लगाना पड़ेगा लेकिन कुछ समय बाद आपको इसमें आनंद आने लगेगा।
अपने मित्रों के साथ इस घटना को बांटें ताकि उसके बोझ से मुक्त हो सकें।
कोई रोमांचक फिल्म देखने के साथ भी आप बुरे खयालों से मुक्ति पा सकते हैं।
लेखन, गायन या पेंटिंग में अगर आपकी रुचि है तो उसमें अपना समय लगाएं।
अगर किसी बंद जगह या किसी कमरे में हैं तो वहां से बाहर निकलें।
कोई नई डिश या नए व्यंजन को आजमाएं। किसी नई जगह जाकर कुछ वक्त बिताएं।
किसी भी पेंडिंग काम को पूरा करने के लिए निकल पड़ें। चाहे यह बगीचे की सफाई हो या फिर मोटरबाइक की सर्विसिंग।
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